पारख का अंग 29 October 202031 October 2020 Muktibodh पारख का अंग (48) पारख के अंग की वाणी नं. 48:- गरीब, गरुड़ बोध बेदी रची, राम कृष्ण हैरान। लंका परि धावा हुवा, जदि का कहूं बयान।।48।। अध्याय गरूड़...
पारख का अंग 29 October 202029 October 2020 Muktibodh पारख का अंग (42-47) पाण्डवों द्वारा की गई धर्मयज्ञ पूर्ण करना परमात्मा कबीर जी द्वापरयुग में सशरीर बालक रूप में पृथ्वी पर आए थे। एक तालाब में कमल के...
पारख का अंग 29 October 202029 October 2020 Muktibodh पारख का अंग (1-41) वाणी नं. 1-12:- गरीब, न्यौलि नाद सुभांन गति, लरै भवंग हमेश। जड़ी जानि जगदीश हैं, बिष नहीं व्यापै शेष।।1।। भावार्थ:- परम आदरणीय संत गरीबदास जी...
पारख का अंग 29 October 202029 October 2020 Muktibodh पारख का अंग | सरलार्थ पारख के अंग का सरलार्थ सारांश:- पारख का अर्थ परख यानि जाँच-पहचान। परमात्मा का पारख (पहचान) इस पारख के अंग में है। इस पारख के...