पारख का अंग 2 November 202014 November 2020 Muktibodh पारख का अंग (185-206) पारख के अंग की वाणी नं. 185-192:- गरीब, बनजारे के बैल ज्यौं, फिरैं देश परदेश। जिन कै संग न साथ हूं, जगत दिखावैं भेष।।185।।गरीब, आजिज...
पारख का अंग 2 November 202014 November 2020 Muktibodh पारख का अंग (150-184) |दुर्वासा तथा अंबरीष की कथा वाणी नं. 150-184:- गरीब, दुर्बासा काली शिला, बज्र बली तिहूं लोक। अम्बरीष दरबार में, तिन्ह भी खाया धोख।।150।।गरीब, चक्र सुदर्शन शीश परि, अम्बरीष कूं घालि।...
पारख का अंग 2 November 202014 November 2020 Muktibodh पारख का अंग (142-149) | श्री कृष्ण की कथा पारख के अंग की वाणी नं. 145:- गरीब, कष्ण गोपिका भोगि करि, फेरि जती कहलाय। याकी गति पाई नहीं, ऐसे त्रिभुवनराय।।145।। सरलार्थ:- श्री कृष्ण के...